Kyun Hindi poem by Ashish Tewari 'Aarav'



क्यूं 

क्यूं ये होता है या क्यूं नहीं?
कभी सवाल तो कर लिया करो
कभी रस्ता मिलेगा कभी नहीं
मगर चलकर देख लिया करो

हर सवाल है जवाब, पर छिपा
गर जवाब नहीं है तो क्यूं नहीं?
कोई बताए जवाब, हैं लाख सवाल
लाख सवालों में हैं और लाख सवाल

क्यूं छुपा है? जो छुपा है
किसका उसे है ऐसा डर?
क्यूं है डर कुछ है गड़बड़?
वो सही तो क्यूं छुपा है?

क्या सही है क्यूं सही है?
सब सही है तो गलत है कौन?
थोप डालो सभी वजहों को
यहां क्यूं कहता है कौन?

किसी कारण तुझे बनाया होगा
किसी वजह से तू आया होगा
अगर नहीं तो क्यूं यहां है?
क्यूं यह शब्द 'क्यूं' बना है?


- आशीष तिवारी 'आरव'

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